क्षण में बदलती जिंदगी
क्षण में उजड़ती जिंदगी
क्षण में संवरती जिंदगी
क्षण में मिटती जिंदगी
एक क्षण पहले रिश्ते
अगले क्षण सिर्फ लाश
एक क्षण खुशहाल परिवार
अगले क्षण ना भूल सकने वाला दुःख
एक क्षण पहले जीवन में ऊंचा सपना
अगले क्षण सिर्फ जीना ही सपना
इन क्षणों के बीच ही है जिंदगी
इन क्षणों में बदल जाती है जिंदगी
क्षणों पर हमारी प्रतिक्रिया,
नए परिस्थितियों में ढलना
इन सबों के बीच अपनी रफ्तार से चल रही होती है जिंदगी
और हम इसे चलाने का दंभ भर रहे होते हैं ।
- प्रत्यूष